Kusum Yojana 2022 New Update
इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा 17.5 लाख डीज़ल पम्पो और 3 करोड़ खेती उपयोगी पम्पस को आगे आने वाले 10 वर्षो में सोलर पम्पस में परिवर्तित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ये राजस्थान के किसानो के लिए महत्वपूर्ण योजना है । सरकार द्वारा राज्य के किसानो के खेतो में सोलर पंप लगाने और सोलर उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रारंभिक बजट 50 हजार करोड़ रुपयों का आवंटन (To install solar pumps and promote solar products, an initial budget of Rs. 50 thousand crores was allocated.) किया गया है। इस योजना के अंतर्गत बजट 2020 -21 में राज्य के 20 लाख किसानो को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी।सुरक्षा राशि जमा करने की अंतिम तिथि की वृद्धि
कुसुम योजना के अंतर्गत पंजीकृत परियोजनाओं की परियोजना सुरक्षा राशि जमा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2021 निर्धारित की गई थी। जिसे अब बढ़ाकर 15 दिसंबर 2021 कर दिया गया है। अब लाभार्थी 15 दिसंबर 2021 तक योजना के अंतर्गत सुरक्षा राशि जमा कर सकते हैं। अब तक इस योजना के अंतर्गत राजस्थान में 9 परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी है। जिसमें 100 मेगावाट विद्युत का उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। इस बात की जानकारी राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष डॉक्टर सुबोध अग्रवाल जी के द्वारा प्रदान की गई है। इसके अलावा वह सभी आवेदन जो योजना के अंतर्गत चयनित है लेकिन प्रोजेक्ट स्थापना करने के लिए इच्छुक नहीं है उनके लिए धरोहर राशि, परियोजना सुरक्षा राशि वापस लेने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को भी बढ़ाकर 30 नवंबर 2021 से 15 दिसंबर 2021 कर दिया गया है।- इसके अलावा इस योजना के कॉम्पोनेंट ए के अंतर्गत सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के लिए 722 मेगावाट क्षमता के लिए 623 सौर ऊर्जा उत्पादकों के आवंटन पत्र जारी किए गए थे। इनमें से अब तक 260 मेगावाट क्षमता के लिए 226 सौर ऊर्जा उत्पादकों की ओर से विद्युत क्रय अनुबंधन के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं।
- · इसके अलावा बंजर, उपयोगी भूमि पर राजस्थान विद्युत वितरण निगम के 33/11 के वी के सब स्टेशन के 5 किलोमीटर के अंदर 500 किलोवॉट से 2 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए विद्युत क्राय अनुबंधन करने की अंतिम तिथि भी 15 दिसंबर 2021 कर दि गई है।
Kusum Yojana 2022 Highlights
योजना का नाम | कुसुम योजना 2022 |
इनके द्वारा लॉन्च की गयी | वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली जी के द्वारा |
कैटेगरी | केंद्र सरकार योजना |
उद्देश्य | रियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://rreclmis.energy.rajasthan.gov.in/kusum.aspx |
कुसुम योजना पंजीकरण
Kusum Yojana के अंतर्गत ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन किया जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना हेतु तथा भूमि लीज पर देने हेतु आवेदन किया जा सकता है। वह सभी आवेदन कर्ता जिन्होंने अपनी भूमि लीज पर देने के लिए पंजीकरण करवाया है उनकी सूची आरआरईसी द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। वे सभी नागरिक जो सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए भूमि लीज पर लेना चाहते हैं वह आवेदकों की सूची आरआरईसी की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते है जिसके पश्चात वह पंजीकृत आवेदकों से संपर्क करके संयंत्र लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।यदि आवेदक द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण किया गया है तो आवेदक को एप्लीकेशन आईडी प्राप्त होगी। आवेदक को ऑनलाइन आवेदन की स्थिति में आवेदन पत्र के प्रिंट आउट को प्रिंट आउट अपने पास सुरक्षित रखना होगा। यदि आवेदक द्वारा ऑफलाइन आवेदन किया गया है तो आवेदक को एक रसीद दी जाएगी जो की आवेदक को संभाल कर रखनी होगी। आवेदन करने के लिए आवेदन द्वारा सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज जमा करने होंगे।
कुसुम योजना आवेदन शुल्क
इस योजना के अंतर्गत आवेदक को सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन करने के लिए ₹5000 प्रति मेगावाट तथा जीएसटी की दर से आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा। यह भुगतान प्रबंध निर्देशक राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के नाम से डिमांड ड्राफ्ट के रूप में किया जाएगा। आवेदन करने के लिए 0.5 मेगावाट से लेकर 2 मेगावाट तक के लिए आवेदन शुल्क कुछ इस प्रकार है।मेगा वाट | आवेदन शुल्क |
0.5 मेगावाट | 2500+ जीएसटी |
1 मेगावाट | ₹5000 + जीएसटी |
1.5 मेगावाट | 7500+ जीएसटी |
2 मेगावाट | 10000+ जीएसटी |
जैसे की आप लोग जानते है कि भारत में कई ऐसे राज्य हैं, जहां सूखा पड़ता है। तथा वंहा खेती करने वाले किसानो की खेती को सूखे से नुकसान उठाना पड़ता है। इस बात पर ध्यान देते हुए केंद्र सरकार ने PM Kusum Yojana 2022 को शुरू किया है इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानो को मुफ्त में बिजली उपलब्ध करवाना | इस योजना के तहत किसानो को सिचाई के लिए सोलर पैनल की सुविधा प्रदान करना जैसे वह अपने खेतो कि अच्छे से सिचाई कर सके | इस कुसुम योजना 2022 के ज़रिये किसान को दोहरा फायदा होगा और उनकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी | दूसरा यदि किसान अधिक बिजली बनाकर ग्रिड को भेजते है। तो उन्हें उसकी कीमत भी मिलेगी।
राजस्थान कुसुम योजना लागत एवं आय
आने वाले समय में इस योजना के अंतर्गत लगभग 20 लाख किसानों को कवर किया जाएगा। इसके माध्यम से सरकार का सन 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा। पहले कुसुम योजना के अंतर्गत 17.5 लाख किसानों को कवर करने का लक्ष्य रखा गया था। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को केवल 10% कुल लागत का भुगतान करना होगा। सरकार द्वारा 30% राशि किसानों को सब्सिडी के रूप में प्रदान की जाएगी तथा 30% राशि ऋण के रूप में किसानों को प्रदान की जाएगी। इस योजना के माध्यम अगले 25 वर्षों में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने से भूमि मालिक को ₹60000 से लेकर ₹100000 प्रतिवर्ष की आय प्राप्त हो सकती है। कुसुम योजना के माध्यम से ना केवल बिजली की बचत होगी बल्कि 30,800 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन भी किया जा सकेगा।कुसुम योजना में हो रहा किसानो को लाभ
सरकार की इस कुसुम योजना के माध्यम से किसानो को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है। इस योजना के ज़रिये राज्य के किसान अपने खेतो में सोलर सिस्टम लगाकर सौर ऊर्जा से पंपसेट चलाकर दिन के समय ही अच्छे से सिचाई कर पा रहे है जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी हो रही है सरकार की यह कुसुम योजना किसानो के लिए लाभकारी योजना है जिससे राज्य के सभी किसानो की खेतो में सिचाई के लिए बिजली की समस्या दूर हो पाई है। किसानो की इस योजना में 30 प्रतिशत धनराशि का अनुदान केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है और 30 प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है तथा 30 प्रतिशत धनराशि नाबार्ड द्वारा दी जा रही है। शेष 10 प्रतिशत राशि किसान को जमा करवा कर सौलर सिस्टम लगवाए जा रहे है।इस योजना के अंतर्गत 3 से 7. 5 एचपी के पम्पसेट लगाए जा रहे है 3 एचपी के लिए 20 हजार 549 रुपए, 5 एचपी के 33 हजार 749 रुपए एवं 7.5 एचपी के लिए 46 हजार 687 रुपए की राशि डिमांड के रूप में किसान को जमा करवानी होगी। तभी वह अपने खेतो में सिचाई के लिए पम्पसेट लगवा सकते है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के जो किसान अपने खेतो में सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने के लिए लोन ले रहे है वह दिए गए लोन का भुगतान नगद नहीं कर सकते है सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन कर राज्य के किसान अन्य किसान या सरकार को ग्रिड पर देकर अतिरिक्त आमदनी कर लोन की किश्तें चुका सकते है।
कुसुम योजना की नई अपडेट
देश के लाखो किसानो को और अधिक लाभ पहुंचाने के लिए 13 नवम्बर को ऊर्जा मंत्रालय तथा केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना के दायरे को बढ़ा दिया गया है। इस दायरे के अंतर्गत देश के किसानो को नया अलॉटमेंट जारी किया जायेगा। जिससे बाद किसान भाई अपना बिजली संयंत्र शुरू कर सकेंगे । ऊर्जा मंत्रालय की इस घोषणा के अंतर्गत अब बंजर, परती, कृषि भूमि, चारागाह और दलदली भूमि पर भी सौर बिजली संयंत्र लगाए जा सकते हैं। मंत्रालय के बयान के अनुसार योजना का लाभ छोटे किसान भाई भी उठा सकते है छोटे किसानो की सहायता के लिए 500 किलोवाट की कम क्षमता वाली परियोजनाओ को राज्य सरकार द्वारा मंजूरी दी जा सकती हैRajasthan Kusum Yojana Registration 2022
इस योजना के तहत खेती की सिंचाई करने वाले पम्पो को सोर ऊर्जा वाले पम्प बनाया जायेगा | कुसुम योजना उन राज्यों में किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी जो सूखे से प्रभावित होते हैं और इससे उनकी फसल को कम हानि होगी। Kusum Yojana 2022 के अंतर्गत 2022 तक लक्षित 3 करोड़ सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की कुल लागत 1.4 लाख करोड़ रुपये(1.4 Lakh Cr Total Cost ) होगी।जिसमे से 48 हज़ार करोड़ रूपये का योगदान केंद्र सरकार (48 thousand crore rupees will be contributed by the central government ) करेगी और जबकि इतनी ही राशि राज्य सरकार देगी | इस Kusum Yojana 2022 के तहत देश के किसानो को केवल कुल लगत का 10 फीसदी ही देना होगा जबकि 48 हजार करोड़ का इंतजाम बैंक लोन से किया जायेगा।कुसुम योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना की अवधि
Kusum Yojana के अंतर्गत आवेदन करने के बाद संबंधित विभाग द्वारा एसपीजी को सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना करने के लिए लेटर ऑफ ऑथराइजेशन जारी किया जाएगा। यह लेटर ऑफ ऑथराइजेशन जारी करने की तिथि से 9 महीने की अवधि में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना अनिवार्य है। यदि इस अवधि में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित नहीं किया गया तो पेनल्टी का भुगतान करना पड़ेगा। यह पेनल्टी पीपीए की शर्तों के अनुसार वसूल की जाएगी। पीपीए अवधि के दौरान सौर ऊर्जा संयंत्र द्वारा कम से कम 15% वार्षिक कैपेसिटी यूटिलाइजेशन फैक्टर बनाए रखना अनिवार्य है। यदि कैपेसिटी यूटिलाइजेशन फैक्टर 15% से कम होता है तो इस स्थिति में क्षतिपूर्ति देनी होगी। यदि एसपीजी द्वारा जमा किए गए दस्तावेज गलत पाए जाते हैं तो आवेदन किसी भी स्तर पर अमान्य किया जा सकता है।इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को सेकड़ो सौर ऊर्जा संयंत्र आवंटित किए गए हैं। राजस्थान देश का पहला राज्य है जिसने किसानों की चयन प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष एवं प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा अजिताभ शर्मा ने बताया कि निगम द्वारा इस योजना के प्रथम चरण में वितरण निगमों के 33.11 के.वी. सब-स्टेशनों पर किसानों से विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किये गये थे, जिसके तहत राज्य के किसानों ने अभूतपूर्व उत्साह दिखाया और कुल 674 किसानों ने 815 मेगावॉट क्षमता के आवेदन दिए। जिसमें से 623 किसानों को 722 मेगावॉट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करनेे की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है |
कुसुम योजना के कॉम्पोनेंट्स
कुसुम योजना के चार कॉम्पोनेंट है जो कि कुछ इस प्रकार हैं।- सौर पंप वितरण: कुसुम योजना के प्रथम चरण के दौरान केंद्र सरकार के विभागों के साथ मिलकर बिजली विभाग, सौर ऊर्जा संचालित पंप के सफल वितरण करेगी।
- · सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण: सौर ऊर्जा कारखानों का निर्माण किया जाएगा जोकि पर्याप्त मात्रा में बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं।
- · ट्यूबवेल की स्थापना: सरकार द्वारा ट्यूबवेल की स्थापना की जाएगी जो कि कुछ निश्चित मात्रा में बिजली उत्पादन करेंगे।
- · वर्तमान पंपों का आधुनिकरण: वर्तमान पंपों का आधुनिकरण भी किया जाएगा कथा पुराने पंपों को नए सौर पंपो से बदला जाएगा।
कुसुम योजना 2022 के लाभ
- इस योजना का लाभ देश के सभी किसान उठा सकते है |
- रियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना |
- 10 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों का सोलराइजेशन |
- कुसुम योजना 2022 के तहत पहले चरण में डीजल से चल रहे 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा| जिससे डीजल खपत कम होगी।
- अब खेतों को सिंचाई करने वाले पंप सौर ऊर्जा से चलेंगे किसानों की खेती में बढ़ावा होगा |
- इस योजना से मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा |
- इस योजना के अंतर्गत सोलर पेनल लगाने के लिए सरकार की तरफ से किसानो को 60% केंद्र सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता दी जायेगी व बैंक 30% ऋण की सहायता प्रदान करेगा और सिर्फ किसान को 10 फीसदी का भुगतान करना पड़ेगा |
- कुसुम योजना उन किसानो के लिए फायदेमंद होगी जहाँ के राज्य सूखाग्रस्त होगा व जहाँ बिजली की समस्या रहती हो |
- सोलर प्लांट लगाने से 24 घंटे बिजली रहेगी | जिसकी वजह से किसान अपने खेतो में आसानी से सिचाई कर सकते है |
- सोलर पेनल से जो अतिरिक्त बिजली बनेगी किसान उस बिजली को सरकारी या गैर सरकारी बिजली विभागों में बेच सकता है जहाँ से किसान को 1 माह की 6000 रूपये की मदद मिल सकती है |
- कुसुम योजना के अंतर्गत जो भी सोलर पेनल लगाये जायेंगे वो बंजर भूमि में लगाये जायेंगे जिससे की बंजर भूमि का भी उपयोग हो जायेगा,व बंजर भूमि से आय प्राप्त होगी।
Kusum Yojana की पात्रता
- आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- · कुसुम योजना के अंतर्गत 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदक द्वारा आवेदन किया जा सकता है।
- · आवेदक द्वारा अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या फिर वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए आवेदन कर सकता है।
- · प्रति मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
- · इस योजना के अंतर्गत स्वयं के निवेश से प्रोजेक्ट के लिए किसी भी प्रकार की वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
- · यदि आवेदक द्वारा किसी विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है तो विकासकर्ता की नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट होनी अनिवार्य है।
कुसुम योजना महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- · राशन कार्ड
- · रजिस्ट्रेशन की कॉपी
- · ऑथराइजेशन लेटर
- · जमीन की जमाबंदी की कॉपी
- · चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट (विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित करने की स्थिति में)
- · मोबाइल नंबर
- · बैंक खाता विवरण
- · पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
राजस्थान कुसुम योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते है तो वह नीचे दिए गए तरीके को फॉलो करे |- सर्वप्रथम आवेदक को योजना की Official website पर जाना होगा | Official Website पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा |
- इस होम पेज पर आपको पंजीकरण “Online Registration” का विकल्प दिखाई देगा इस विकल्प पर क्लिक करे इसके बाद आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे नाम ,पता ,आधार नंबर ,मोबाइल आदि भरनी होगी |
- अभी जानकारी भरने के बाद आखिर में सब्मिट के बटन पर क्लिक करे |सफल पंजीकरण के बाद आपको चयनित लाभार्थियों को सौर पंप सेट की 10% लागत विभाग द्वारा अनुमोदित आपूर्तिकर्ताओं को जमा करने के लिए निर्देशित किया जाता है।
- इसके बाद कुछ ही दिनों में अपने खेतो में सोलर पम्प लगा दिए जायेगे |
उत्तर प्रदेश कुसुम योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको उत्तर प्रदेश कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने होम पेज खोलकर आएगा।
- होम पेज पर आपको प्रोग्राम के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको सोलर एनर्जी प्रोग्राम के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आप को कुसुम योजना के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा जिसमें आपको पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने पंजीकरण फॉर्म खुल कर आएगा।
- आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज करनी होगी।
- अब आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- इसके बाद आपको रजिस्टर के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप उत्तर प्रदेश कुसुम योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर सकेंगे।
कुसुम योजना की राज्यवार डायरेक्ट लिंक
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दादर एंड नगर हवेली एंड दमन एंड दिउ | यहां क्लिक करें |
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Helpline Number
हमने अपने इस लेख में कुसुम योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी आपको दी है। यदि आप अभी भी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप कुसुम योजना की हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं जो कि कुछ इस प्रकार है।Contact Number- 011-243600707, 011-24360404
Toll-Free Number- 18001803333